रायगढ़। साइबर ठग रोज़ नये-नये तरकीब से लोगों को आर्थिक क्षति पहुंचा रहे हैं। रायगढ़ दरोगापारा के व्यक्ति ने अनजान कॉलर की बात में आकर डर से 12 लाख 36 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। ठगी का अभास होने पर साइबर सेल शिकायत लेकर पहुंचा। सायबर सेल ने पीड़ित के 5 लाख रूपये को होल्ड कराया है।
जानकारी के अनुसार गत मंगलवार को गुजराती मोहल्ला दरोगापारा वार्ड नंबर 18 रायगढ़ में रहने वाले अरविंद कुमार कुण्डू पिता केजी कुण्डू (63) ने थाना कोतवाली में ऑनलाइन ठगी के संबंध में आवेदन दिया कि विगत 16 मार्च को उसके के मोबाईल पर मोबाईल नंबर 994110XXX से अज्ञात कॉलर कॉल कर अपना नाम श्रुतिका रवीश तथा स्वयं को मुंबई पुलिस क्राईम ब्रांच का अधिकारी बता कर बोला कि अरविंद कुमार कुण्डू के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का उपयोग करके एक पार्सल मुंबई से ताईवान भेजी जा रही है जिसमें पासपोर्ट, बैंक क्रेडिट कार्ड, कपडा, एक लैपटप तथा 200 gm. MDMA है। कॉलर ने आगे बताया कि यदि यह आपके द्वारा नहीं भेजी जा रही है तो इसकी सूचना तुरंत मुंबई पुलिस को दी जानी चाहिए थी। इसके कुछ ही समय बाद फिर दो नये नंबर से अज्ञात व्यक्ति व्हाट्सअप कॉल किये जिसने अपने व्हाट्सएप्प डीपी में मुंबई क्राईम ब्रांच का फोटो/लोगो लगाये हुए थे जो अरविंद को मनी लांडरिंग और क्रिमीनल गतिविधि का केस बनाने की बात कहकर काफी डराये, धमकाये जिससे अरविंद ने अपने बैंक खातों HDFC बैंक से 8 लाख 51 हजार 97 रुपए तथा ICICI बैंक से 3 लाख 85 हजार 144 रुपए कुल 12 लाख 36 हजार 241 रुपए RTGS के माध्यम से अज्ञात कॉलर को भेज दिया।
कुछ समय बाद पीड़ित को ठगी होने अभास हुआ तथा शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। जिसे साइबर सेल भेजा गया, साइबर सेल ने ऑनलाइन प्रोसेस कर पीड़ित के 5 लाख रुपए को होल्ड कराया गया तथा पीड़ित के आवेदन पर आईपीसी की धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
रायगढ़ पुलिस ने की अपील.. अनजान नंबर से रहें सावधान
अनजान नंबर से आये कॉल से सतर्क रहे। किसी अनजान व्यक्ति के भयादोहन से ना डरें तथा लुभावना ऑफर में ना आवें। वर्तमान में इस प्रकार की ठगी की शिकायतें सामने आ रही है जिसमें साइबर ठग- क्राइम ब्रांच अफसर, कस्टम अधिकारी बनकर कॉल करते हैं। वे व्यक्ति को उनके मोबाइल नंबर, आधार कार्ड का गलत उपयोग होने की गलत जानकरी देकर किसी केस में फंसाने की धमकी देते हैं और धोखाधड़ी कर अपने खातों में रूपए ट्रांसफर कराते है, अपनी बात सही साबित करने कई बार वें फर्जी लेटर/दस्तावेज व्हाट्सएप करते हैं। इस प्रकार की घटनाओं से बचें, तत्काल बिना किसी डर, भय के नजदीकी पुलिस थाना या साइबर सेल में संपर्क करें, जहां आपके शिकायत पर उचित कार्यवाही किया जावेगा, किसी भी अनजान व्यक्ति को कदापि रुपए ट्रांजैक्शन ना करें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।