रायपुर। उरला के प्रगति स्कूल नर्सरी रोड के पास हुए हत्याकांड मामले में आरोपी को पकड़ने पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। हत्या करने के बाद आरोपी भाग कर बिहार चला गया था। घटना में प्रयुक्त लोहे के राड को जब्त कर लिया गया है। पैसे के लेन-देन को लेकर पूर्व में विवाद की बातें भी सामने आई है।
पैसों के लेन-देन पर वाद-विवाद
जानकारी के अनुसार विजय यादव का शव प्रगति स्कूल नर्सरी पास रोड किनारे पड़ा मिला। चेहरे में चोट के गंभीर निशान थे। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर खोजबीन शुरु की। पुलिस ने घटना के संबंध में आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ कर जानकारी एकत्रित की। मृतक के मित्र पर संदेश होने पर पूछताछ किया गया। इसी बीच जानकारी हुई कि रूपयों के लेन-देन को लेकर मृतक व रूपेश कुमार (21) के बीच वाद-विवाद हुआ था जो घटना के बाद से मोबाईल बंद कर फरार है व सुबह ट्रेन से बिहार के निकला है।
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
सूचना पर तत्काल उरला पुलिस व सायबर की टीम रेल्वे स्टेशन पहुंचकर सीसीटीव्ही कैमरा के फूटेज को खंगाला, जिसमें रूपेश साउथ बिहार एक्सप्रेस में चढ़ते दिखा, ट्रेन का लोकेशन लेकर राउलकेला स्टेशन के करीब आरपीएफ निरीक्षक गौतम प्रकाश गांधी को सूचित कर साउथ बिहार एक्सप्रेस स्टेशन पहुंचने पर आरोपी का तलाशी लेने कहा गया। ट्रेन में सवार रूपेश पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगा, जिसे आरपीएफ राउलकेला की टीम ने पकड़कर रायपुर पुलिस को सूचित किया उरला पुलिस ने आरोपी को राउलकेला से लाया गया।ॉ
रुपेश का कबूलनाम
रुपेश ने बताया कि मृतक विजय यादव उधार में राशन दिलाया था जिसका पैसा जमा करने के लिये बार-बार कहता और गाली-गलौच करता था। इसलिये अपने साथी (विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक) के साथ जान से मारने का प्लान बनाया और अपने साथी को विजय यादव कहॉ पर है बताने बोला। उसने फोन से बताया कि विजय अकेले रोड किनारे मोबाईल में बात करते खड़ा है, तब मैं वहॉं पहुंचा तो मेरे साथी ने मुझे एक लोहे का रॉड देकर बोला कि आज इसे जान से ही खत्म कर दो, तब मैं लोहे का रॉड लेकर विजय यादव के सिर में वार किया जिससे विजय यादव जमीन पर गिर गया। मैने उसके चेहरे पर रॉड से कई बार वार किया। जब विजय यादव मर गया तब मैं और मेरा साथी भाग निकले। सुबह साउथ बिहार एक्सप्रेस से बिहार जाने के लिये निकल गया।
इस मामले को सुलझाने में बीएल चन्द्राकर थाना प्रभारी उरला, परेश पांडेय प्रभारी एसीसीयू, उप निरीक्षक तेजराम कंवर थाना उरला , उप निरीक्षक सतीश पुरिया एसीसीयू, प्र.आर.कुलदीप द्विवेदी, आर.दीपक सिंह, आर.सत्येन्द्र प्रधान, आर.विनय पाण्डेय, आर.विकास क्षत्री एवं आर.रवि तिवारी की भूमिका रही।
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