राजनांदगांव। चैत्र का महिना चल रहा है। इस माह में नवरात्रि का पर्व पूरे देश भर में मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में लोग माता की आराधना करते हैं। अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए लोग नौं दिनों का व्रत रखते हैं। माता की आराधना करने व अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए लोग तरह-तरह के साधन उपयोग लाते हैं। ऐसा ही एक मामला राजनांदगांव के डोंगरगांव से आ रहा है जहां व्यक्ति ने माता को प्रसन्न करने के लिए भूमिगत समाधि ले ली। डोंगरगांव के इस युवक हरिशचन्द्र ने माता की भक्ति का अनूठा साधन कर रहा है। जिसमें इसका सिर तो बाहर दिख रहा है किन्तु शरीर का बाकी हिस्सा जमीन के अंदर मिट्टी में ढका हुआ है।
लोगों का लगा तांता
जैसे ही लोगों की भनक लगी कि कोई व्यक्ति भूमिगत समाधि लिया हुआ है और माता की भक्ति का कठिन तप कर रहा है। लोगों को आना जाना शुरु हो गया। पहले तो लोगों को यकिन ही नहीं हुआ फिर जब आकर देखा तो भौचक्का रह गए और चर्चा करने लगे। आस-पास व दूर दराज से लोग भारी तादाद में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।
प्रशासन ने की समझाने की कोशिश
इस तरह की कठिन साधना का पता लगते ही प्रशासनिक अमला पहुंच गया। तहसीलदार, आरआई, पटवारी सहित स्वास्थ्यकर्मी भी समाधि स्थल पर आए। लोगों की उपस्थिति में प्रशासन ने समझाने की कोशिश की पर हरिचंद टस का मस नहीं हुआ। प्रशासन हरिचंद के आगे नतमस्तक हो गया और वापस लौट गया। इस युवक की देख-रेख के लिए पटवारी और कोटवार सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम को निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।
9 दिनों तक होगी आराधना
समाधि में रत हरिचंद की सेहत फिलहाल ठीक है। मंगलवार 9 अप्रैल से शुरु हुआ तप 17 अप्रैल नौ दिनों तक युवक की समाधि चलेगी। 22 वर्षीय हरिचंद की यह समाधि पूरे नवरात्र भर लोगों की लिए कौतूहल का विषय बना रहेगा। जैसे-जैसे समय बढ़ता जाएगा लोगों की भीड़ भी बढ़नी शुरु हो जाएगी।
लोग कर रहे हैं पूजा-पाठ
समधि के पासल लोगों की भारी भीड़ जमा होते जा रही है। आस-पास सहित दूर दराज के लोगों दर्शन करने आ रहे हैं। लोगों साधक को देख अगरबत्ती और नारियल चढ़ा कर पूजा पाठ कर रहे हैं। देखरेख करने के लिए परिवार के आलावा एक अन्य व्यक्ति को भी नियुक्त किया गया है।
युवक लिख रखा…
उम्र 22 वर्ष मैं, हरिचंद्र पिता घनश्याम सतनामी ग्राम मारगांव पोस्ट दिवान भेडी, थाना डोगरगांव तह, डोगरगांव का निवासी हूं जो कि आज दिनांक 9 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार से 17 अप्रैल नौ दिन तक अपनी स्वंय की ईच्छा से समाधि ले रहा हूं, मुझे जो कि कुछ भी होगा, उसका स्वयं जिम्मेदार रहूंगा।
हमारे व्हाट्सएप्प चैनल को फॉलो करें