रायगढ़। विगत 29 मार्च को थाना खरसिया में महिला समारीन उरांव (43) ने उसके घर से 96 हजार 250 रुपए चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। महिला ने बताया कि गांव के दो व्यक्तियों को पूर्व में 80 हजार – 80 हजार रुपए दी थी जिसे वे 20 मार्च को वापस लौटाए जिसमें खर्च के बाद 96 हजार 250 रुपए शेष बचे थे जिन्हें अपनी अलमारी में रखी थी। 28 मार्च के रात खाना खाकर सभी सो गए थे, 29 मार्च को सुबह देखे तो अलमारी खुला हुआ था और अलमारी के अंदर लेडिस पर्स में रखे रुपए 96 हजार 250 नहीं था कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया था।
रिपोर्ट पर के आधार अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद कर विवेचना में लिया गया। थाना प्रभारी खरसिया प्रशिक्षु आईपीएस आकाश श्रीश्रीमाल के नेतृत्व में माल मुलाजिम की पतासाजी की गई। पतासाजी के क्रम में प्रार्थिया के पड़ोस में रहने वाले संदेही बालक को तलब कर पूछताछ किया गया। संदेही बालक एक साल पहले भी चोरी के अपराध में शामिल था। बालक पहले इस चोरी से इंकार किया जिससे पुलिस टीम ने वैज्ञानिक तरीकों से पूछताछ की जिसमें उसने अलमारी से रुपए चोरी करना स्वीकार किया जिससे चोरी की पूरी रकम 96 हजार 250 रुपए बरामद किया गया। खरसिया पुलिस ने विधि के साथ संघर्षरत बालक को किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ के समक्ष पेश कर न्यायालय आदेश पर बाल संप्रेषण गृह दाखिल किया गया। मामले में त्वरित कार्यवाही में प्रशिक्षु आईपीएस आकाश श्रीश्रीमाल, सहायक उप निरीक्षक हेमंत कश्यप, लक्ष्मी राठौर एवं हमराह स्टाफ की भूमिका रही।
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